breakup shayari in hindi for girlfriend boyfriend
उम्र छोटी है तो क्या ज़िंदगी का हर एक मंज़र देखा,
फरेबी मुस्कुराहटें देखी हैं बगल में खंजर देखा..!!
कल क्या खूब इश्क़ से मैने बदला लिया,
कागज़ पर लिखा इश्क़ और उसे ज़ला दिया..!!
जिंदगी की हक़ीकत सिर्फ इतनी होती है,
जब जागता है इंसान तो किस्मत सोती है,
इंसान जिस पर अपना हक़ खुद से ज्यादा समझता है,
वो अमानत अक्सर किसी और की होती है..!!
इंतज़ार रहता है हर शाम तेरा यादें कटती हैं ले-ले कर नाम तेरा,
मुद्दत से बैठे हैं ये आस पाले कि आज आयेगा कोई पैगाम तेरा..!!
दुख भरी मेरी ज़िन्दगी को उसने खुशियों से भरी जन्नत बना दिया,
खुदा ने सुनी मेरी ऐसी पुकार मेरे दोस्त को मेरी मांगी हुई मन्नत बना दिया..!!
अब जो मेरे न हो सको तो कुछ ऐसा कर देना,
मैं जैसा पहले था मुझे फिर से वैसा कर देना..!!
हीरों की बस्ती में हमने कांच ही कांच बटोरे हैं,
कितने लिखे फ़साने फिर भी सारे कागज़ कोरे है..!!
Chal abb apna hunar
Aazma ke dikha
Nikaal diya tujhe dil se
Abb jagah bana ke dikha..!
चल अब अपना हुनर
आजमा के दिखा
निकाल दिया तुझे दिल से
अब जगह बना के दिखा।
Saanso ka pinjara kisi din
toot jaayega
Ye musafir kisi raah mee
choott jaayega
Abhi zindaa huu toh baat
karr liyaa karo
Kya pata kab hamse khuda
ruth jaayega😐
सांसों का पिंजारा किसी दिन
टूट जाएगा
ये मुसाफिर किसी राह में
छुट जाएगा
अभी जिंदा हू तो बात
कर लिया करो।
क्या पता कब हमसे खुदा
रूठ जाएगा।
Abb hum teri raah mee
nahi aayenge
Agar aaye toh tujhse nazre
nahi milayege
Jab hoga tujhe apni galti
ka ehsaas
Uss waqt hum kisi aur ke
ho jaayenge💔
अब हम तेरी राह में
नहीं आएंगे
आगर आए तो तुझसे नज़र
नहीं मिलाएंगे
जब होगा तुझे अपनी गलती
का एहसास
उस वक़्त हम किसी और के
हो जाएंगे।
Aakhri baar tere pyar ko
sajda kar lu
Lout kee phirr terii mehfil
me nahi aaunga
Apni barbaad mohabbat
ka janaaza lekar
Teri duniya se bohot
dur chala jaaunga..!
आखिरी बार तेरे प्यार को
सजदा कर लु
लौट के फिर तेरी महफिल
में नहीं आउंगा
अपनी बरबाद मोहब्बत
का जनाज़ा लेकर
तेरी दुनिया से बोहोत
दूर चला जाउंगा।
चाँद न हो अगर पास तो सितारे सो भी जाते,
तुम्हारे पास कौन सा चाँद है यार तुम तो सो जाते।
मज़ाक तो हम बाद में बने,
पहले तो उसने अपना बनाया था।
खूबी तेरे दिदार की यूँ भी बयां हो गई,
जब भी तेरा नाम लिया मीठी जुबां हो गई।
माना दूरियाँ है हमारे दरमियान,
पर एहसासों को छूने से तो कोई रोग नहीं फैलता।
जब कभी सैलाब उमड़ा भीतर से,
शब्दों के बाँध बनाये हैं हमने।