Type Here to Get Search Results !

Gam bhari shayari in Hindi | गम भरी शायरी

Gam bhari shayari in Hindi | गम भरी शायरी

Gam bhari shayari in Hindi | गम भरी शायरी 

अगर सच में किसी का साथ ज़िन्दगी भर चाहते हो तो,
कभी मत बताओ की उससे कितना प्यार करते हो…!!
_______________________________________________

कभी जो प्यास लगे मेरे घर चले आना…
इश्क़ दरिया सा बहता है यहां शायरी छलकती है...
_______________________________________________

सुनो...
कागज़ी इक़रारनामे के क़ायल नहीं है हम,
मगर चाहो तो होंठो पे दस्तख़त ले लो तुम..!
_______________________________________________

आ मत जाना अब 
अब हम संभल गये हैं।
यूँ बिखरने का हौंसला
बार-बार नहीं होता।
_______________________________________________

मैं अपने आप में मिलनें को तरस जाऊं,
मेरे वजूद में इतना भी मत समाया कर.......!!
_______________________________________________

"दिल की धड़कन और मेरी सदा है तू,
मेरी पहली और आखिरी वफ़ा है तू,
चाहा है तुझे चाहत से भी बढ़ कर,
मेरी चाहत और चाहत की इंतिहा है तू।"
_______________________________________________

प्यास दरिया की निगाहों से छुपा रक्खी है,
एक बादल से बड़ी आस लगा रक्खी है...!
तेरी आँखों की कशिश कैसे तुझे समझाऊँ,
इन चिरागों ने मेरी नींद उड़ा रक्खी है...!!
_______________________________________________

यादें उनकी ही आती है, जिनसे कोई ताल्लुक हो ....
हर शख्श मौहब्बत की, नज़र से देखा नहीं जाता.....
_______________________________________________

ज़माने को क्यूं बताऊं क्या हो तुम मेरे लिए..
तुम्हें खामोशी से चाहना मुझे अच्छा लगता है।
_______________________________________________।
तुम चाहती हो की तुमसे बिछड़ कर खुश रहूं,
यानी हवा भी चलती रहे और दिया भी जलता रहे..!!
_______________________________________________

नज़र वहीं हैं,
जो कत्ल को अंजाम दे,
और चाहत वहीं,
जो भरी महफ़िल में सलाम दे।
_______________________________________________

किताब के सादे पन्ने सी शख्सियत मेरी..
नजरंदाज कर देते हैं अक्सर पढ़ने वाले...।।

किताब के सादे पन्ने सी शख्सियत मेरी..
नजरंदाज कर देते हैं अक्सर पढ़ने वाले...।।
_______________________________________________

थोड़ी सी खुद्दारी भी
लाज़मी थी...
उसने हाथ छुड़ाया..
मैंने छोड़ दिया.. ❤
_______________________________________________

वो शख्श मेरी हर शायरी पढ़ता है..
मगर न आह करता है, ना वाह करता है..!!
_______________________________________________

तेरी यादों की कोई सरहद होती तो अच्छा था,
खबर तो रहती सफर तय कितना करना है......!!
_______________________________________________

जिसे शायरी में डिग्री लेनी है 
वह एक बार जरूर मोहब्बत 
कर ले...
दिल टूटेगा तो भी शायर 
अगर मोहब्बत मुकम्मल हो तो 
भी शायर...!!
_______________________________________________

लिपट कर देखो एक बार!!
मेरे इश्क की खुशबू में,
अगर होश आने की तमन्ना,
हुई तो इश्क ठुकरा देना मेरा।
_______________________________________________

एहसास ख़त्म,
अहमियत ख़त्म,
दिल भरा ..........औऱ......
राब्ता ख़त्म,
  .....🍫
_______________________________________________

दिल से निकालो तो मान जाऊँ...
नजर-अन्दाज करना कोई कमाल तो नही...

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Below Post Ad