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Khamoshi shayari in hindi 2 line| खामोशी शायरी

Khamoshi shayari in hindi 2 line| खामोशी शायरी

जरा ख्याल की जिए मर न जाऊँ कहीँ,
बहुत जहरीली है तेरी ख़ामोशी मैं पी न जाऊँ कहीँ।
😔😔
jara khyal kijiye mar na jau kahi,
bahut jahrili hai teri khamoshi main pi na jau kahi.
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खामोशी का अर्थ

कैसी है ये मोहब्बत कैसा ये प्यार है
एक तरफ है ख़ामोशी एक तरफ इंतज़ार है
😔😔
kaisi hai ye mohabbat kaisa ye pyar hai
ek taraf hai khamoshi ek taraf intazar hai
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खामोशी पर शायरी रेख़्ता

कैसे कह दूँ मैं सपनों को जीने की ख़्वाहिश नहीं,
हाँ मैं ख़ामोश रहती हूँ पर मन ही मन बोलती हूँ ।
😔😔
kaise kah du main sapno ko jeene ki khwahish nahi,
ha main khaamosh rahati hu par man hu man bolati hu.
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खामोशी को चुना है मैंने क्योंकि बहुत कुछ सुना है मैंने

वो है ख़ामोश तो यूँ लगता है,
हम से रब रूठ गया हो जैसे ।
😔😔
Wo hai khaamosh to yu lagata hai,
ham se rab rooth gaya ho jaise
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मेरी खामोशी को मेरी कमजोरी

ख़ामोश फ़ज़ा थी कहीं साया भी नहीं था
इस शहर में हमसा कोई तनहा भी नहीं था
किस जुर्म पे छीनी गयी मुझसे मेरी हँसी
मैंने किसी का दिल तो दुखाया भी नहीं था..
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समझने वाले तो ख़ामोशी भी समझ लेते हैं न समझने वाले जज़्बातों का भी मज़ाक़ बना देते हैं

रात गम सुम है मगर खामोश नहीं,
कैसे कह दूँ आज फिर होश नहीं,
ऐसे डूबा हूँ तेरी आँखों की गहराई में
हाथ में जाम है मगर पीने का होश नहीं..
Raat gam sum hai magar khamosh
Nahi kese kahe dun aah fir hosh nhi
ese duba hun teri Aankho ki gaharai
me hath me jam hai magar pine ka
Hosh nahi..
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जिंदगी खामोशी शायरी

अंधेरे में भी सितारे उग आते,
रात चाँदनी रहती है,कहीं
जलन है दिल में मेरे,ये
खामोशी कुछ तो कहती है।
Andhere me sitare ugg Aate
raat chandni rahti hai kahani
jalan hai dil me mere ye
khamoshi kuch to kahti ha.
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इन्सान की खामोशी

खामोशी की भी अपनी एक अलग
ही अहमियत होती है तितलियाँ अपनी
खूबसूरती का बखान नहीं किया करतीं..
Khamoshi ki bhi apni ek aalag
hi ahmiyat hoti hai titliyan apni
khubsurti ka bakhan nahi kiya
karti..
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जब बहुत कुछ होता है कहने को, तब इन्सान अक्सर ख़ामोश रहने लगता है.

वादियों से सूरज निकल आया है,
फिजाओं में नया रंग छाया है,खामोश
क्यों हो अब तो मुस्कुराओ, आपकी
मुस्कान देखने नया सवेरा आया है..
Vadiyon se suraj nikal Aaya hai
fijao mein naya rang chaya hai
khamosh kyu ho ab to muskurao
apki muskan dekhne naya savera
Aaya hai..
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खामोशी पर गजल

जब खामोश आँखो से बात होती है,
ऐसे ही मोहब्बत की शुरुआत होती है,
तुम्हारे ही ख़यालो में खोए रहते हैं,पता
नही कब दिन और कब रात होती है
Jab khamosh Aankho se baat Hoti hai
ese hi mohabbat ki shuruaat Hoti hai
tumhare hi khayalon mein khoye rhte
Hain, pata nahi kab din aur kab raat 
hoti hai..
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खामोशी पर सुविचार

दोस्त की ख़ामोशी को मैं समझ नहीं पाया,
चेहरे पर मुस्कान रखी और अकेले में आंसू बहाया।
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मेरी खामोशी

ख़ामोश शहर की चीखती रातें,
सब चुप हैं पर, कहने को है हजार बातें.
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तेरी खामोशी शायरी

चुभता तो बहुत कुछ हैं मुझे भी तीर की तरह,
लेकिन खामोश रहता हूँ तेरी तस्वीर की तरह.
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खामोशी शायरी Attitude

जब कोई बाहर से खामोश होता है,
तो उसके अंदर बहुत ज्यादा शोर होता हैं.
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खामोशी शायरी 2 लाइन

जज्बात कहते हैं, खामोशी से बसर हो जाएँ,
दर्द की ज़िद हैं कि दुनिया को खबर हो जाएँ.

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