gulzar ki shayari in hindi 2 line | गुलजार की शायरी हिंदी
मैं खुद से जिद करता रहा घर रुकने की
लेकिन मजबूरियों ने मुझे धक्के देकर घर से निकाला है
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बहुत कम लोग हैं जो मेरे दिल को भाते है
उसमें भी बहुत कम है जो मुझे समझ पाते हैं ...
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मुझे अनपढ़ समझ कर छोड़ जाने वाली लड़की
तेरे बच्चे किताबों में मेरी गज़लें पढ़ेंगे
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Gulzar Good Morning Shayari
"तुम भी मुझे चाहते हो शिद्दत से""ये वहम क्यूँ नहीं जाता मुद्दत से
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उसका बिछड़ना कोई आम वाकिया नहीं था ,
यार कई बरस लगे खुद को यकीन दिलाते हुए ,
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ज़िन्दगी जिन्हें खुशीया नहीं देती
उन्हें तजुर्बे बहुत देती हैं...
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Gulzar Love Shayari in Hindi 2 Lines
झुमके और अंगूठी का साइज बताओ,
जान तुम मेरी तनख्वाह ना पूछो..!!
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मुहब्बत ही तो की है साहिब।।
हम गुनहगार कैसे हो गए।
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किसी के वास्ते राह तक नही बदलते लोग ..
तेरे वास्ते मैंने मंजिल तक बदल दी ...!!
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आ गए ना तुम अपनी औकात पर
मेरा मतलब है मतलब की बात पर
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Gulzar Love Shayari
मैं उससे मिल के उसे दुख सुनाने वाला था
सलाम करते ही जिसने कहा "खुदा हाफ़िज़"
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"तुम्हें #__किसी ने बताया नहीं के मुस्कुराते हुए"
"तुम अपने आप से भी #___ज्यादा हसीन लगती हो"
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*अब अपनी यादो कि खुशबु भी हमसे छिन लोगो क्या*
*किताब ए दिल में अब ये सूखा गुलाब तो रहने दो*
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Gulzar shayari In hindi dosti
आती मेरे कंधे तक नहीं और
धमकी मुंह तोड़ने की देती है मैडम।
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लाश का पता नही .......
किस बदकिस्मत की थी.....
मगर.......
क़ातिल के पैरो के निशान बड़े हसीन थे !
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मुद्दतों बाद उठाए थे पुराने काग़ज़...
साथ तेरे मिरी तस्वीर निकल आई है...
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तुझे याद है मैनें आवाज़ बाद में खोई ,,
पहले मैनें तुझे कई बार पुकारा था !!
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Gulzar Shayari in Hindi 2 Lines
समय था इंतजार का,
इकरार कर बैठे
मुलाकात हुई नहीं,
और प्यार कर बैठे.
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Aakhir Kah Hi Dala Usne Ek Din
Is Kadar Tute Ho Bikhar Kyu Nahi Jate
Kab Tak Jiyoge Ye Dard Bhari Zindagi
Kisi Rat Khamosi Se Mar Kyu Nahi Jate
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गुलजार शायरी इमेज
आख़री ख़त उसका ख़ाली था
और मैं लड़ पड़ा क़बूतर से
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सुलझा हुआ सा समझते हैं मुझको लोग
उलझा हुआ सा मुझमें, कोई दूसरा भी है...
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हुआ था शोर पिछली रात को दो चाँद निकले थे
बताओ क्या ज़रूरत थी तुम्हे छत पर टहलने कि
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Heart touching गुलजार की शायरी
ग़म मुझे, हसरत मुझे, वहशत मुझे, सौदा मुझे,
एक दिल दे कर ख़ुदा ने दे दिया क्या क्या मुझे.. 🙏
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तू अगर इश्क़ मैं बर्बाद नहीं हो सकता
तो फिर जा तुझे कोई सबक़ याद नहीं हो सकता
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जिसके आने से खिल उठें कलियां
मुझे तुम वो मौसम-ए-बहार लगते हो
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गुलजार शायरी Motivational
वो छोटी-छोटी उड़ानों पे गुरूर नहीं करता
जो परिंदा अपने लिए आसमान ढूंढता है।
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Mera hak nahi he tum par,
Ye jaanta hu me,
Phir bhi na jane kyon,
Duao me tuzako mangna,
Achha lagata he.
उनकी चाहत में हम,
कुछ यूँ बंधे है कि,
वो साथ भी नहीं,
और हम अकेले भी नहीं.
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गुलजार की शायरी दर्द भरी
Doosara mauka sirf,
Mohabbat ko diya jaata he,
Jis shakhs se,
Mohabbat thi use nahin.
दूसरा मौका सिर्फ,
मोहब्बत को दिया जाता हे,
जिस शख्स से,
मोहब्बत थी उसे नहीं.
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जो उम्र भर भी न मिल सके,
उसे उम्र भर चाहना इश्क हे.
Jo umr bhar bhee na mil sake,
Use umr bhar chahna ishk he.
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गुलजार शायरी दोस्ती
चाहने वाले मिलते रहेंगे,
तुझे सारी उम्र,
बस तू कभी जिसे भूल न पाए,
वो चाहत यकीनन हमारी होगी.
Badi nadani se puchha unhone,
Kya achha lagata he,
Hamane bhi dhire se kah diya,
Ek zalak aapakee.
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“प्यार में कितनी बाधा देखि,
फिर भी कृष्ण के संग राधा देखि.”
Pyar me kitni badha dekhi,
Fir bhi krishna ke sang radha dekhi.
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इश्क उसे भी था,
इश्क मुझे भी था,
कम्बख्त,
उम्र बिच में आगई.
Ishq usse bhi tha,
Ishq muze bhee tha,
Kamabakht,
Umra beech me aagai.
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Dupatta kya rakh liya sar pe,
Wo dulhan najar ane lagi,
Uski to aada ho gayi,
Jaan hamari jane lagi.
मेरा हक़ नहीं है तुम पर,
ये जानता हु में,
फिर भी न जाने क्यों,
दुआओ में तुझको मांगना,
अच्छा लगता हे.