Type Here to Get Search Results !

gulzar ki shayari in hindi 2 line | गुलजार की शायरी हिंदी

gulzar ki shayari in hindi 2 line | गुलजार की शायरी हिंदी

मैं खुद से जिद करता रहा घर रुकने की
लेकिन मजबूरियों ने मुझे धक्के 
देकर घर से निकाला है

_____________________________________

बहुत कम लोग हैं जो मेरे दिल को भाते है
उसमें भी बहुत कम है जो मुझे समझ पाते हैं ...

_____________________________________

मुझे अनपढ़ समझ कर छोड़ जाने  वाली लड़की
तेरे बच्चे किताबों में मेरी गज़लें पढ़ेंगे
_____________________________________

Gulzar Good Morning Shayari

"तुम भी मुझे चाहते हो  शिद्दत से"
"ये  वहम क्यूँ नहीं जाता मुद्दत से
_____________________________________


उसका बिछड़ना कोई आम वाकिया नहीं था ,
यार कई बरस लगे खुद को यकीन दिलाते हुए ,
_____________________________________


ज़िन्दगी जिन्हें खुशीया नहीं देती
उन्हें तजुर्बे बहुत देती हैं...
_____________________________________

Gulzar Love Shayari in Hindi 2 Lines
झुमके और अंगूठी का साइज बताओ,
जान तुम मेरी तनख्वाह ना पूछो..!!
_____________________________________

मुहब्बत ही तो की है साहिब।।
हम गुनहगार कैसे हो गए।
_____________________________________

किसी के वास्ते राह  तक नही बदलते लोग ..
तेरे वास्ते मैंने मंजिल तक  बदल दी ...!!
_____________________________________

आ गए ना तुम अपनी औकात पर
मेरा मतलब है मतलब की बात पर
_____________________________________

Gulzar Love Shayari

मैं उससे मिल के उसे दुख सुनाने वाला था
सलाम करते ही जिसने कहा "खुदा हाफ़िज़"
_____________________________________

"तुम्हें #__किसी ने बताया नहीं के मुस्कुराते हुए"
"तुम अपने आप से भी #___ज्यादा हसीन लगती हो"
_____________________________________

*अब अपनी यादो कि खुशबु भी हमसे छिन लोगो क्या*
*किताब ए दिल में अब ये सूखा गुलाब तो रहने दो*
_____________________________________

Gulzar shayari In hindi dosti

आती मेरे कंधे तक नहीं और
धमकी मुंह तोड़ने की देती है मैडम।
_____________________________________

लाश का पता नही .......
किस बदकिस्मत की थी.....
मगर.......
क़ातिल के पैरो के निशान बड़े हसीन थे !
_____________________________________


मुद्दतों बाद उठाए थे पुराने काग़ज़...
साथ तेरे मिरी तस्वीर निकल आई है...
_____________________________________

तुझे याद है मैनें आवाज़ बाद में खोई ,,
पहले मैनें  तुझे  कई  बार  पुकारा था !!
_____________________________________

Gulzar Shayari in Hindi 2 Lines
समय था इंतजार का,
                  इकरार कर बैठे            
     मुलाकात हुई नहीं,
                        और प्यार कर बैठे.
_____________________________________

Aakhir Kah Hi Dala Usne Ek Din
Is Kadar Tute Ho Bikhar Kyu Nahi Jate
Kab Tak Jiyoge Ye Dard Bhari Zindagi
Kisi Rat Khamosi Se Mar Kyu Nahi Jate
_____________________________________
गुलजार शायरी इमेज

आख़री ख़त उसका ख़ाली था
और मैं लड़ पड़ा क़बूतर से
____________________________________

सुलझा हुआ सा समझते हैं मुझको लोग
उलझा हुआ सा मुझमें, कोई दूसरा भी है...
_____________________________________

हुआ था शोर पिछली रात को दो चाँद निकले थे
बताओ क्या ज़रूरत थी तुम्हे छत पर टहलने कि
_____________________________________

Heart touching गुलजार की शायरी

ग़म मुझे, हसरत मुझे, वहशत मुझे, सौदा मुझे,
एक दिल दे कर ख़ुदा ने दे दिया क्या क्या मुझे.. 🙏
_____________________________________

तू अगर इश्क़ मैं बर्बाद नहीं हो सकता
तो फिर जा तुझे कोई सबक़ याद नहीं हो सकता
_____________________________________

जिसके आने से खिल उठें कलियां  
मुझे तुम वो मौसम-ए-बहार लगते हो
_____________________________________

गुलजार शायरी Motivational

वो छोटी-छोटी उड़ानों पे गुरूर नहीं करता
जो परिंदा अपने लिए आसमान ढूंढता है।

_____________________________________

Mera hak nahi he tum par,

Ye jaanta hu me,

Phir bhi na jane kyon,

Duao me tuzako mangna,

Achha lagata he.


उनकी चाहत में हम,

कुछ यूँ बंधे है कि,

वो साथ भी नहीं,

और हम अकेले भी नहीं.

_____________________________________

गुलजार की शायरी दर्द भरी

Doosara mauka sirf,

Mohabbat ko diya jaata he,

Jis shakhs se,

Mohabbat thi use nahin.


दूसरा मौका सिर्फ,

मोहब्बत को दिया जाता हे,

जिस शख्स से,

मोहब्बत थी उसे नहीं.

_____________________________________

जो उम्र भर भी न मिल सके,

उसे उम्र भर चाहना इश्क हे.


Jo umr bhar bhee na mil sake,

Use umr bhar chahna ishk he.

_____________________________________

गुलजार शायरी दोस्ती

चाहने वाले मिलते रहेंगे,

तुझे सारी उम्र,

बस तू कभी जिसे भूल न पाए,

वो चाहत यकीनन हमारी होगी.


Badi nadani se puchha unhone,

Kya achha lagata he,

Hamane bhi dhire se kah diya,

Ek zalak aapakee.

_____________________________________

“प्यार में कितनी बाधा देखि,

फिर भी कृष्ण के संग राधा देखि.”


Pyar me kitni badha dekhi,

Fir bhi krishna ke sang radha dekhi.

_____________________________________

इश्क उसे भी था,

इश्क मुझे भी था,

कम्बख्त,

उम्र बिच में आगई.


Ishq usse bhi tha,

Ishq muze bhee tha,

Kamabakht,

Umra beech me aagai.

_____________________________________

Dupatta kya rakh liya sar pe,

Wo dulhan najar ane lagi,

Uski to aada ho gayi,

Jaan hamari jane lagi.


मेरा हक़ नहीं है तुम पर,

ये जानता हु में,

फिर भी न जाने क्यों,

दुआओ में तुझको मांगना,

अच्छा लगता हे.

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Below Post Ad