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खूबसूरत मोहब्बत शायरी | khoobsurat Mohabbat shayari in Hindi

 खूबसूरत मोहब्बत शायरी | khoobsurat Mohabbat shayari in Hindi

अल्फाज़ों में ज्यादा नूर है या दिल में कशिश...
कहना है मुश्किल 
प्यार संजिदा ज्यादा है या महबूब की कशिश।।

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कितना सुकून मिलता है देखकर 
दरिया के पानी! तु नहीं जानता 

मैं टूटे तीरो का एक तरकश हूं.....
ये बात!  तु नहीं जानता......

मेरे दोस्त ये बहुत लंबी कहानी है
मगर ये! कहानी तु नहीं जानता

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कितने सिलसिले भी आयेंगे,
कितने मरहले भी आयेंगे,
दरम्याँ इश्क़ मे न जाने अभी,
कितने फासले भी आयेंगे,
गर मुहब्बत आसानी से मिलती,
तो नफरत होती नही कहीं,
कभी शिकवे भी आयेंगे,
कभी गिले भी आयेंगे,
भूल जाने की कोशिश इसी,
जद्दोजहद मे गुजरती है,
कि जहन मे यादों के कभी ,
तो काफिले भी आयेंगे।
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वो दर्द नहीं जो बयाँ हो जाए।।
और वो इश्क नहीं जो जुदा हो जाए।।
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kafile aye to chlega.. 
drdo ka selaab b saha jaega.. 

mnzur nhi h hme judai..
bs y btade koi vo konsa khuda h.. 
jo muje usse milvaega..

mere nseeb me use likh jaega!!!!
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इतनी फीक्र है तो जताते क्यों नहीं??
अब भी पहले सी मुहब्बत है तो बताते क्यों नहीं???
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Wo mujhe har khami samet pasand tha,
Yehi khubi le dubi mujhe.
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हमने ही सिखाया था उसे बाते करना,....
आज हमारे लिए ही वक्त नहीं है !!.......
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करार दिल को सदा जिसके नाम से आया,
वो आया भी तो किसी और काम से आया !!
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अगर तूने जाने अनजाने रूठने का सोचा भी 
 उसी वक्त मैं तो फना हो जाऊंगा

ये मुहब्बत है, ये मरने से भी जाती नहीं
मैं कोई कैदी नहीं हूं जो रिहा हो जाऊंगा
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मुहब्बत में फना हो जाने में वो सुकून कहाँ...
जो सुकून महबूब की बाहों में मर जाने में है।।
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ऐसा ना समझ तेरे काबिल नहीं हम... ,
जरा पूछ उनसे जिन्हें हासिल नहीं हम !!
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तुम मोहबत को मजाक कहते हो...,
हमने बर्बाद जिंदगी कर ली ...!!!
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ज़मीं पे लाओ ख़ुदा को गवाही के लिये,
मेरे नसीब में तू नहीं ये मानती नहीं मैं....
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धुन्दला गई नज़र कातिब-ए-तकदीर की,
जब उसने पड़ा अपना ही लिखा मेरे लिए।
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मत लगाओ बोली अपने अल्फाजों की.. हमने लिखना शुरू किया तो तुम नीलाम हो जाओगे..!!
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दिल ने आज फिर तेरे दीदार की ख़्वाहिश रखी है,
फुरसत मिले तो ख्वाब में आ जाना…
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दुनिया को नफरत का यकीन नहीं दिलाना पड़ता
मगर लोग मोहब्बत का सबूत ज़रूर मांगते है.
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मौसम कोई भी हो पे बदलता नहीं हूँ मैं!
या'नी किसी भी साँचे में ढलता नहीं हूँ मैं।
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नींद पूरी लिया कीजिये आधी आँखों में हम नहीं समाने वाले ...
मिलना है तो रूबरू होइए यूँ ख्वाबों में हम नहीं आने वाले...!!!
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तुम रूठ जाओ मुझसे, ऐसा कभी न करना,
मैं एक नजर को तरसू, ऐसा कभी न करना..!

मैं पूछ-पूछ हारूँ, सौ सौ सवाल करके,
तुम कुछ जवाब न दो, ऐसा कभी न करना...!!

मुझसे ही मिलकर हंसना, मुझसे ही मिलकर रोना,
मुझसे बिछड़कर जी लो, ऐसा कभी न करना...!!!
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हर सुबह  तेरी दुनिया  मे रोशनी कर दे
रब तेरे गम को तेरी खुशी कर दे ,
जब भी टूटने लगे तेरी साँसे
खुदा तझमे शामिल  मेरी जिंदगी  कर दे ।।
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अपना खयाल तो रखा नहीं जाता तुमसे.........
और मुझे कुछ हो जाए, तो डॉक्टर बन जाते हो।।




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