Type Here to Get Search Results !

मौत की शायरी इन हिंदी | Maut ki shayari | sad death shayari

 मौत की शायरी इन हिंदी | Maut ki shayari | sad death shayari 

मौत की शायरी इन हिंदी | Maut ki shayari | sad death shayari


तसव्वुर में न जाने कातिबे_तकदीर क्या था,
मेरा अंजाम लिखा है मेरे आगाज से पहले..!!

Tasawwur Mein Na Jaane Katib_e_Taqdir Kya Tha,
Mera Anjaam Likha Hai Mere Aagaaz Se Pahle..!!
_________________________________________

वादे तो हजारों किये थे उसने मुझसे,
काश एक वादा ही उसने निभाया होता,
मौत का किसको पता कि कब आएगी,
पर काश उसने ज़िन्दा जलाया न होता.!!

Vaade To HaJaaron Kiye The Usne Mujhse,
Kaash Ek Vaada Hi Usne Nibhaya Hota,
Maut Ka Kisko Pata Ki Kab Aayegi,
Par Kaash Usne Zinda #Jalaya Na Hota.!!
_________________________________________

मेरी मौत शायरी इन हिंदी

मेरी ज़िंदगी तो गुजरी तेरे हिज्र के सहारे,
मेरी मौत को भी कोई बहाना चाहिए.
_________________________________________

मौत से शिकायत नहीं 

अपनों से हे 

क्युकी जरा सी आंख बंद क्या हुई 

वो कब्र खोदने लगे। 

_________________________________________

मौत का इंतजार शायरी

मौत आ जाये सुलगती जिंदगी से 

तो बेहतर हे 

दिल के अरमानो का अब हमसे 

मातम नहीं होता। 
_________________________________________

लोग बदनाम करते हे मौत को तो यु ही 

तकलीफ तो साली जिंदगी देती हे। 
_________________________________________

बेवफा मौत शायरी

कितनी अच्छी आदत हे मौत की 

गीले शिकवे एक झटके में भुला देती हे 

किसी को नींद आये या न आये 

उसे भी गहरी नींद सुला देती हे। 

_________________________________________

तुम समझते हो की मुझे जीने 

की तलब हे

मगर मेतो जिन्दा इस आस में हु 

की मरना कब हे। 
_________________________________________

जिंदगी और मौत पर शायरी

फैसला नेक हे ये मौत तेरा 

श्मशान में हर गरीब और अमीर का 

बिस्तर एक हे। 
_________________________________________

इन हसीनो से तो कफ़न अच्छा है; जो मरते दम तक साथ जाता है; 
ये तो जिंदा लोगो से मुह मोड़ लेती हैं; कफ़न तो मुर्दों से भी लिपट जाता है.
_________________________________________

मौत शायरी

वादे तो हजारों किये थे उसने मुझसे, काश एक वादा ही उसने निभाया होता, 
मौत का किसको पता कि कब आएगी, पर काश उसने ज़िन्दा जलाया न होता
_________________________________________

एक दिन हम भी कफ़न ओढ़ जायेंगे, 
सब रिश्ते इस जमीन के तोड़ जायेंगे, 
जितना जी चाहे सता लो मुझको, 
एक दिन रोता हुआ सबको छोड़ जायेंगे.
_________________________________________

अपनी मौत भी क्या मौत होगी 
एक दिन यूँ ही मर जायेंगे तुम पर मरते मरते.

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Below Post Ad