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watan shayari | वतन शायरी दो लाइन इन हिंदी इंग्लिश | देशभक्ति शायरी

watan shayari | वतन शायरी दो लाइन इन हिंदी इंग्लिश | देशभक्ति शायरी 

watan shayari | वतन शायरी दो लाइन इन हिंदी इंग्लिश | देशभक्ति शायरी

जब रिश्ते राख में बदल गए 
इंसानियत का दिल दहल गया 
मैं पूछ पूछ के हार गया 
क्यूँ मेरा भारत बदल गया ..!
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दिल हमारे एक हैं एक ही है हमारी जान हिंदुस्तान हमारा है हम हैं इसकी शान जान लुटा देंगे वतन पे हो जायेंगे कुर्बान इसलिए हम कहते हैं मेरा भारत महान।
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जो अब तक ना खोला वो खून नहीं पानी है जो देश के काम ना आये बेकार वो जवानी है।
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कर जस्बे को बुलंद जवान, तेरे पीछे खड़ी आवाम हर पत्ते को मार गिरायेंगे जो हमसे देश बटवायेंगे..!!
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भर नहिन जो भावन से बेहती जीस मी रस धार नही वो हिदय नहिन है पत्थर है जीस मेरा स्वदेश का प्यार नाहिन।
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वतन से मोहब्बत शायरी 2 Line

देश का मान रखना हमारे खून में है
किसने कहा कि हम वफादार नहीं हैं?
desh ka maan rakhana hamaare khoon mein hai
kisane kaha ki ham vaphaadaar nahin hain
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दावा जो गुलस्तान की रक्षा करता था
उसने चमन की हर डाल नोच ली है
daava jo gulastaan kee raksha karata tha
usane chaman kee har daal noch lee hai
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रगों में देश प्रेम दौड़ रहा है
जब दुश्मन अपने इरादे छोड़ रहा हो
ragon mei desh prem daud raha hai
jab dushman apane iraade chhod raha ho
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हम भी किस्मत के दरवाजे पर खड़े थे
लोग दौलत के मोह में पड़ गए और हमने वतन माँगा
ham bhee kismat ke daravaaje par khade the
log daulat ke moh mein pad gae aur hamane vatan maanga
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वे सिर पर कफन बांधकर निकले हैं
ओ अल्लाह
देश के सपूतों की रक्षा के लिए
ve sir par kaphan baandhakar nikale hain
o Allaah
desh ke sapooton kee raksha ke lie
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वतन शायरी 2 Line

वतन हमारा ऐसा कोई ना छोड पाये ,
रिश्ता हमारा ऐसा कोई न तोड़ पाये ,
दिल एक है जान एक है हमारी ,
हिन्दुस्तान हमारा है यह शान हैं हमारी।
Watan hamaara aisa koee na chhod paaye,
Rishta hamaara aisa koee na tod paaye !!
Dil ek hai jaan ek hai hamaaree,
Hindustaan hamaara hai yah shaan hain hamaaree !!
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वतन हमारा मिसाल मोहब्बत की
तोड़ता है दीवार नफरत की,
मेरी खुशनसीबी कि मिली
ज़िन्दगी इस चमन में,
भुला न सके कोई
इसकी खुशबू सातों जनम में,
15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस की बधाई
Watan hamaara misaal mohabbat kee
Todata hai deevaar napharat kee,
Meree khushanaseebee ki milee
Zindagee is chaman mein,
Bhula na sake koee
Isakee khushaboo saaton janam mein,
~ 15 Agust Svatantrata Diwas Ki Badhai ~
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मुझे तन चाहिए न धन चाहिए,
बस अमन से भरा ये वतन चाहिए,
जब तक जिंदा रहूँ इस मात्रभूमि के लिए,
और जब मरू तो तिरंगा कफ़न चाहिए।
Mujhe Tan Chahiye Na Dhan Chahiye,
Bas Aman Se Bhara Ye Watan Chahiye,
Jab Tak Zinda Rahun Iss MatrBhumi Ke Liye,
Aur Jab Maru To Tiranga Kafan Chahiye.
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हम अपने खून से लिखेंगे कहानी ऐ वतन मेरे,
करे कुर्वान हंस कर ये जवानी ऐ वतन मेरे,
दिली ख्वाइश नहीं कोई मगर ये इल्तजा बस है,
हमारे हौसले पा जाये मानी ऐ वतन मेरे।
Hum Apne Khoon Se Likhein Kahani Ai Watan Mere,
Kare Qurbaan Hans Kar Ye Jawani Ai Watan Mere,
Dili Khwahish Nahi Koyi Magar Ye iltiza Bas Hai,
Humare Hausle Paa Jayein Maani Ai Watan Mere.
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फौजी वतन शायरी

हद है कि गैर मुल्क के बल्बों की रौशनी
मेरे वतन की मिट्टी के दीपक को खा गयी....
Had hai ki gair mulk ke balbon kee raushanee,
Mere watan kee mittee ke deepak ko kha gayee....
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वतन की ख़ाक ज़रा एड़ियाँ रगड़ने दे 
मुझे यक़ीन है पानी यहीं से निकलेगा
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मेरे जज़्बातों से इस कदर वाकिफ है मेरी कलम
मैं इश्क़ भी लिखना चाहूँ तो भी, इंकलाब लिख जाता है !
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सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है 
देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-क़ातिल में है
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वतन शायरी उर्दू

भलाई ये कि आज़ादी से उल्फ़त तुम भी रखते हो 
बुराई ये कि आज़ादी से उल्फ़त हम भी रखते हैं
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वतन की सर-ज़मीं से इश्क़ ओ उल्फ़त हम भी रखते हैं 
खटकती जो रहे दिल में वो हसरत हम भी रखते हैं
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मैं जला हुआ राख नही, अमर दीप हूँ
जो मिट गया वतन पर, मैं वो शहीद हूँ
Main jala hua rakh nahi, amar deep hoon
Jo mit gaya watan par, main wo shaheed hoon
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Jashn aazadi ka mubarak ho desh walo ko
Fande se mohabbat thi ham watan ke matwalo ko
जशन आज़ादी का मुबारक हो देश वालो को
फंदे से मोहब्बत थी हम वतन के मतवालो को
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Watan shayari urdu

वतन की सर बुलंदी में हमारा नाम हो शामिल
गुजरते रहना है हमको सदा ऐसे मुकामो से
Watan ki sar bulandi mein 
hamara naam ho shamil
Gujarte rahna hai hamko
 sada aese mukamo se
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Dil se mar kar bhi na niklegi watan ki ulfat
Meri mitti se bhi khushboo-e-watan aayegi
दिल से मर कर भी ना निकलेगी वतन की उल्फ़त
मेरी मिट्टी से भी खुशबू-ए-वतन आएगी
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दिलों की नफरत को निकालो,
वतन के इन दुश्मनों को मारो,
ये देश है खतरे में ए -मेरे -हमवतन,
भारत माँ के सम्मान को बचा लो!!
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जब आँख खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो:
जब आँख बंद हो तो यादेँ हिन्दुस्तान की हो:
हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन,
मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो।
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Watan shayari for students

चैन ओ अमन का देश है मेरा, इस देश में दंगा रहने दो!
लाल हरे में मत बांटो, इसे शान ए तिरंगा रहने दो
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किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ आया हूँ,
मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ,
मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ,
मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ।
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अपनी आजादी को हम हरगिज मिटा सकते नही !
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नही!!

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