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दर्द भरे लब्ज | dard bhare lafz

दर्द भरे लब्ज | dard bhare lafz

आईना आज फिर रिश्वत लेता पकड़ा गया
दिल में था दर्द चेहरा हँसता हुआ पकड़ा गया
Aaina aaj phir riswat leta pakdaa gayaa
Dil mein tha dard cheharaa hanstaa hua pakdaa gayaa
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आँखों में उमड़ आता है बादल बन कर
दर्द एहसास को बंजर नहीं रहने देता
Aankho mein umad aata hai baadal ban kar
Dard ehsaas ko banzar nahi rahne deta
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Khaamoshiyan kar deti hai bayaan to alag baat hai
Kuchh dard hai jo lafzon mein utaare nahi jaate
खामोशियाँ कर देतीं बयान तो अलग बात है
कुछ दर्द हैं जो लफ़्ज़ों में उतारे नहीं जाते
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दुःख दर्द भरी शायरी

नसीहत अच्छी देती है दुनिया
अगर दर्द किसी ग़ैर का हो
Naseehat acchi deti hai duniya
Agar dard kisi gair ka ho
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Roz pilaata hoon ek zahar ka pyaala use
Ek dard jo dil mein hai marta hi nahi hai
रोज़ पिलाता हूँ एक ज़हर का प्याला उसे
एक दर्द जो दिल में है मरता ही नहीं है
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जहन में तेरे जब-जब इश्क का ख्याल आएगा।
ये शख्स तुम्हें सबसे पहले याद आएगा।।
और गौर करना अगर फिर से मुहब्बत में पड़ गए तो;
वो शख्स तुम्हें मुझसे ज्यादे नहीं पहचान पाएगा।।
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प्यार में दर्द भरी शायरी हिंदी में

आप भी आईना देख के समझने की कोशिश करेंगे,
एक दिन अपने आपको जानने की कोशिश करेंगे।
जिंदगी जब यूं कॉंच की तरह तोड़ कर तबाह कर देगी,
उन टूटे हुए टुकड़ों को समेटने की कोशिश करेंगे।।
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हंसते हुए ज़ख्मों को भुलाने लगे हैं हम,
हर दर्द के निशान अब मिटाने लगे हैं हम।
अब और कोई ज़ुल्म सताएगा हमें क्या भला,
ज़ुल्मों सितम को अब तो सताने लगे हैं हम।।
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दर्द भरी बातें दो लाइन

कोई हालात नहीं समझता।
कोई जज़्बात नहीं समझता।।
ये तो अपनी अपनी जिंदगी की बात है।
कोई कोरा कागज समझ लेता है,
तो कोई पूरी किताब नहीं समझता ‌‌।।
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मुहब्बत में तो लाखों ज़ख्म खाये हमने,
अफसोश उन्हें फिर भी हम पर ऐतबार नहीं।
मत पूछो क्या गुजरती है अब मेरे दिल पर,
जब वो कहते है हमें तुमसे प्यार नहीं।
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इस जुदाई में तुम अंदर से बिखर जाओगे
किसी माज़ूर को देखोगे तो याद आऊंगा।
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दर्द भरे दोहे

उदास शाम की यादों भरी सुलगती हवा 
हमें फिर आज पुराने दयार ले आई।
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अभी न छेड़ मोहब्बत के गीत ऐ मुतरिब
अभी हयात का माहौल ख़ुश-गवार नहीं।
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अब तो ख़ुशी का ग़म है न ग़म की ख़ुशी मुझे
बेहिस बना चुकी है बहुत ज़िंदगी मुझे।
एक बेनाम उदासी से भरा बैठा हूं 
आज दिल खोल के रोने की ज़रूरत है मुझे।
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खामोश-सा हो गया है,
तुम्हारे बाद ज़िंदगी का मंज़र
कभी गुल खिला करते थे,
अब तो हैं मुद्दतों से बंजर।
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हर एक उलझे सवाल को,
उनके जवाब की तमन्ना है
मौत से पहले वो रूबरू हो,
उनसे मुलाक़ात की तमन्ना है।
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लड़कों की शायरी दर्द भरी

बुझते है जलते हैं यादों के दिये,
ऐसा क्या गुनाह किया हमने
जो इतने सितम हम पर किए,
वफा के बदले हमें क्या मिला
दर्द भरे अश्क जो हमने पिए।
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कभी हम उनकी रात दिन में थे शामिल,
अब ख़यालों में भी मौजूदगी नहीं हासिल।
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तालुक्कात उनसे पुराने वाले नहीं रहे,
वक़्त ने एक लम्बी दूरी तय कर दी और
अब मुलाकातों के ज़माने नहीं रहे।
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एक वो हैं कि जिन्हें अपनी ख़ुशी ले डूबी 
एक हम हैं कि जिन्हें ग़म ने उभरने न दिया
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जिंदगी की दर्द भरी शायरी 2 Line

हाल तुम सुन लो मिरा देख लो सूरत मेरी 
दर्द वो चीज़ नहीं है कि दिखाए कोई
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दर्द हो दिल में तो दवा कीजे 
और जो दिल ही न हो तो क्या कीजे
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ग़म और ख़ुशी में फ़र्क़ न महसूस हो जहाँ 
मैं दिल को उस मक़ाम पे लाता चला गया
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मेरे दुख-दर्द का तुझ पर हो असर कुछ ऐसा
मैं रहूँ भूका तो तुझ से भी न खाया जाए
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