उर्दू शायरी 4 लाइन | urdu shayri
🌷देखी हैं हजारों महफिल, पर यह फिजा कुछ और है !!💞
🍂देखे हैं हजारों जलवे,पर तेरी अदा कुछ और है !!💞
🙅मदहोश नजरों मे इश्क़ की चाहत उभर आई है  
मोहब्बत को छुपा लू दिल मे पर ऑंखें तो हरजाई है...
लम्हो का इश्क़ नही...सदियों-की इबादत है....
कैसे करें शिकायत...हर सांस को ही तेरी चाहत है...
उर्दू अदब शायरी
फिर आऊंगी इक उम्र , तेरे नाम पर लिखवा कर,
फिर एक बार तेरी मौहब्बत के कसीदे ,
दुनिया को पढ़कर सुनाऊंगी मैं...!
उर्दू शायरी स्टेटस
कुछ ख्वाहिशों का अधूरा रहना ही ठीक है,
जिन्दगी जीने की , चाहत तो  बनी रहती है।।
कभी सागर कभी झील , तो कभी जाम रखा है, 
इश्क करने वालो ने भी आँखों का ना जाने क्या क्या नाम रखा है।
उर्दू शायरी मोहब्बत
एक चेहरा मेरी आंखों में आबाद हो गया, 
उसे इतना पढ़ा कि वो मुझे याद हो गया।
ये जो मुस्कुरा रहे हो पढ़ते हुए मेरे इश्क की कहानी,
अभी मुस्कुरा लो आखिरी पेज तुम्हें भी मायूस कर देगा।
सुना है सुबह के ख्वाब हकीकत होते है 
हमने तो हर ख्वाब सुबह ही देखा है 
पर मुकम्मल होते नही देखा
बेहतरीन उर्दू शायरी
मोहब्बत तो मोहब्बत है और हमेशा रहेगी,
फिर चाहे वो नाराज़ हो, बेरुख़ी दिखाए,
ख़ामोश हो जाए, जलाए, या भूल जाए।
शायर होने का नुकसान भी मुझे खूब हुआ,
मैनें कहा महोब्बत है तुमसे और वो बोले 
बहुत खूब... वाह - वाह...।
बेहतरीन उर्दू शायरी love
रोज़ तेरी यादों की बारात आती है
हर पल पलकें भीगते भीगते रुक जाती हैं
तू व्यस्त है अपनी मंजिल की राह पर
हमें वो तेरी अल्हड़ सी मुस्कुराहट खुशी दे ही जाती है
सिर्फ उर्दू शायरी
ना समझा किसी ने ना जाना किसी ने 
ना हमने बताया ना माना किसी ने 
मोहब्बत के कायदे भी अजब है 
ना खोना किसी में ना पाना किसी में
उर्दू शायरी 2 लाइन Motivation
कोई ठुकरा दे तू हंस के सह लेना, 
मोहब्बत की ताबित में ज़बरदस्ती नहीं होती।
जब मोहब्बत बेपनाह हो जाये ना,
तो फिर पनाह कही नहीं मिलती।
उर्दू शायरी 2 लाइन
माफी चाहता हूँ गुनेहगार हूँ तेरा ऐ दिल,
तुझे उसके हवाले किया जिसे तेरी कदर नहीं।
कहने को तो सभी बोल देते है
कभी नहीं साथ छोडूंगा लेकिन समय ही बताता है
उर्दू शायरी 2 लाइन love
आज तेरी गलियों से हम यूं ही गुजर आए.
देखा तुझे दूर से तो आंखों में अश्क भर आए .
हम तुझे छोड़कर कितना दूर चले आए.
Attitude Urdu shayari in Hindi
मगर तुझे ना भुला पाए.
क्योंकि हम अपना दिल तुझे ही दे आए
कितने मजबूर हैं हम प्यार के हाथों,
न तुझे पाने की औकात, न तुझे खोने का हौसला।

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