लव शायरी नई | love shayri new
वो फूलो जैसी है कभी टूट ना जाये मेरी किसी हरकत से
ये ख्याल मुझे सताता है उसने कितने दर्द छुपाये
ये मुझे उसका हसता हुआ चेहरा बताता हैं
मुझे इश्क़ करना है इस बार
एक सच्चा सा परिंदा चाहिये
में केद भी न करु उसको
ओर वो फरार भी नही होना चाहिये
तु बेवफा है तो ले एक बुरी खबर भी सुन ले
इंतजार मेरा कोई दूसरा भी करता है
मिला है अबके एक ऐसा पढ़ा लिखा महबूब
जो मेरे दिल के बराबर अपना दिमाग़ रखता है
इसी होनी को तो क़िस्मत का लिखा कहते हैं
जीतने का जहाँ मौक़ा था वहीं मात हुई
यु ही. नहीं सजती शायरी लफ्जो पर ए जिंदगी
सायर बनने के लिए महबूब गवाना पड़ता है
मुझे कमजोर मत्त समझना
मे सोच समझ कर शांत बैठा हु
खामोशी पर् मत जा मेरे भाई
हम वो है जो हस्ते हस्ते हस्ती मिटा देते हैं
ईश्क़ वों है जब में शाम को मिलने का
वादा करु और वों दिन भर
सूरज के होने का अफ़सोस करे !
ऐसा नहीं कि तेरी जगह कोई और आ गया . .
लेकिन तेरा मुकाम अब तेरा भी ना रहा
दुनिया को हकीकत मेरी पता कुछ भी नही,
इल्ज़ाम हज़ारों है और खता कुछ भी नही !!
बेख़्याली' में किसी का मुझे ख़्याल नहीं...
एक तू है, मैं हूं और दरम्यान प्यार नहीं....!!
जिन्हे रिश्ते निभाने होते हैं,
वो ताना नही खा़मोशी इख्तियार करते हैं....
दिल्लगी कर ज़िंदगी से दिल लगाकर चल,
थोड़ी सी ये ज़िंदगी है मुस्करा कर चल..
कुछ अलग सा है, अपनी मोहब्बत का हाल
तेरी चुप्पी और मेरे सवाल ... !!
एक ख़लिश सी रह गयी दिल में....
मुझ जैसा इश्क़ करता, मुझ से भी कोई..!!
हालत ने कुछ यू घुर के देखा कि,
हसरतों के तितली डर के उड़ गई !!
बहुत तारीफ करता था मैं उसकी बिंदी की,
लफ्ज़ कम पड़ गए जब उसने झुमके पहने
वो मेरे चेहरे तक अपनी नफरतें लाया तो था
मैंने उसके हाथ चूमे और बेबस कर दिया ..!!
जिंदगी नहीं रुकती किसी के चले जाने से,
बस एक किस्सा ठहर जाता है याद बनकर