beautiful lines for gf in hindi
असर ये कि सारा दिन महकेंगे,
मसला ये था कि रात तुम ख्वाब में आये।
अल्फ़ाज़ों की कश्तियों पर
मोहब्बत का सफर चलाता हूँ मैं,
शायर तो नहीं हूँ पर कभी-कभी
बेइन्तहां शायरी लिख जाता हूँ मैं....
मेरी हर नज़र में बसे हो तुम..!!
मेरी हर क़लम पे लिखे हो तुम..!!
तुझे सोच लूँ तो ग़ज़ल मेरी..!!
न लिख सकूँ तो वो ख्याल हो तुम..!!
तुम्हे सोचता हूं और लिखता हूं बस,
शायरी से मेरे ख्यालात बन जाते हैं,
तुम्हारा ही इश्क़ है तुम्हारा ही हुस्न,
तुम्हारी ही महक है मेरे लफ़्ज़ों में...
हर मंजर में मैं पाऊँ तुझे,
कैसे कहूँ कितना चाहूँ तुझे,
तुमसे ही शुरू होती है ज़िंदगी मेरी,
यूँ ही कैसे भूल जाऊँ तुझे ।
मोहब्बत का सदा नशा रखिये
सबसे जुदा अपनी अदा रखिये |
जिन्हें अपना मानते हो दिल से
होंठों पे उनके लिए दुआ रखिये |
मत भागो हर किसी के पीछे
अपना बस एक ही खुदा रखिये |
उसकी आँखें अगर शेर सुनाने लग जाएँ,
हम जो ग़ज़लें लिए फिरते हैं, ठिकाने लग जाएँ।
साथ वो हैं तो एक नूर है मुझ में,
बिन उनके अब कहां पूरा हूँ मैं ..!
उनके इश्क़ ने किया है मुक़म्मल,
वरना ज़िंदगी में बहुत अधूरा हूँ मैं..!!
तुमने तो हमारे सारे अल्फ़ाज़ पढ़े हैं,
मैं मोहब्बत में तुम्हारा किरदार लिखता हूं,
तुम तो बस पढ़ते हो और यूं ही हटा देते हो,
मैं तुम्हारी ख़ूबसूरती को सौ-सौ बार लिखता हूं,
यही हुनर है जिसे लोग पागलपन कहते हैं ,
मैं तो अपनी मोहब्बत के अल्फ़ाज़ लिखता हूं।
नज़र के सागर में उतर गया है कोई,
मेरे दिल में घर कर गया है कोई
उसकी याद यादगार बन गई है
जो दिल में दो पल ठहर गया है कोई..
तेरी नज़रों में खुद के अक़्स को जाना है,
मेरे हर जर्रे जर्रे ने बस तुम्हे अपना माना है...!!!
मैं तो दरिया भी किसी गैर के हाथों से न लूं,
एक कतरा भी समन्दर है अगर तू देदे....!!!
आपके "इश्क़" का ऐलान बने बैठे हैं,
हम फ़क़ीरी में भी सुल्तान बने बैठे हैं,
मैं अपनी पहचान बताऊँ तो बताऊँ कैसे,
जबकि हम ख़ुद तेरी पहचान बने बैठे हैं।
तेरे चेहरे की वो खूबसूरत तस्वीर कहा से लाऊं,
हर लम्हा तेरे साथ गुजरे ऐसी तकदीर कहा से लाऊं,
मैं मांगता हूँ हर जनम में सिर्फ तेरा ही साथ,
तू ही बता मेरे हाथो में वो लकीर कहा से लाऊं…!
मिल जाओ , तुम हसीन मोड़ पर कभी
तुम्हें हमसे , हमें तुमसे मुहब्बत हो जाए
कोई मोड़ ना आए , राह ए इश्क़ में फिर
तुम धड़कन बनो , हम तेरी साँसे हो जाए
दो क़दम चाहे मिले संग चलने की दुआ
तीसरे क़दम पर , तेरे बाँहों में फ़ना हो जाए ।
तुम्हे क्या खबर हमारी मोहब्बत की इंतेहा,
हमने ख्वाबों मैं भी तुम्हारी महक पाई है।
कितने पन्नों में रोशनी कर दी,
लिख के तेरा नाम चांदनी भर दी,,
मैं मुकम्मल भी अधूरा ही रहा,
जब से तेरे नाम ज़िन्दगी कर दी,,
कितने गुमसुम से अल्फाज़ दबे बैठे थे,
एक तेरी याद ने खलबली कर दी ll
एक हसरत थी तुम्हें दिल में बसाने की,
फिर हसरत हुई तुझे अपना बनाने की,
हर सांस तुम बसते गए रूह में मेरी,
अब हसरत है तेरे साथ जीवन बिताने की...
तुम्हे याद रखने का मेरा...अंदाज थोड़ा निराला है...!!
मैने तुम्हे तस्वीरो मे नही,शब्दो मे सम्भाला है....
कभी लिख दी दो लाइन की शायरी तुम पर..
तो कभी तुम्हारी यादो मे
पूरा खाली पन्ना ही भर डाला है....!!❣
लफ्ज़ो को कहां आदत हैं छलकने की,
ये तो तेरी मोहब्बत है... जो बरसती हैं कलम से मेरी..
तुम उसके पास हो.,जिसको तुम्हारी चाह न थी.....!
कहाँ पे प्यास थी.,दरिया कहाँ बनाया गया.....!!
मेरी शायरी में दवा भी है दुआ भी है
अदा भी है मोहब्बत भी है.....
चुन लीजिएगा हुज़ूर रूह जिसकी तलब़गार है ....।।
मोहब्बत सजाते हैं आंखों में ,हम आवारगी नहीं करते ..!
चाहते हैं जान से ज्यादा ,यूं दिल्लगी नहीं करते ....!!
मतलब ये की भूला नहीं हूं ,ये भी नहीं की याद आते हो ,
पहले,सबसे पहले तुम थे ,अब तुम सबके बाद आते हो ।