तनाव (Stress) से छुटकारा पाने के प्राकृतिक तरीके
आज की इस भागदौड़ भरी दुनिया में तनाव एक आम समस्या बन चुकी है। तनाव को पैदा करने वाले कई कारण हो सकते है जैसे काम का बोझ, रिश्तों में अनबन, मानसिक दबाव एवं आर्थिक तंगी। धीरे धीरे यह केवल मानसिक रूप से ही नहीं बल्कि शारीरिक समस्याओं को भी जन्म देती है।इस ब्लॉग में हम तनाव से छुटकारा पाने के प्राकृतिक एवं प्रभावी उपायों के बारे में जानेंगे।
1. तनाव क्या होता है और इसके लक्षण
तनाव में व्यक्ति मानसिक तौर पे अत्यधिक बेचैन, चिंतित एवं असंतुलित महसूस करता है। तनाव के प्रमुख लक्षण हैं:
- लगातार बैचेनी और चिंता महसूस होना।
- मूड स्विंग एवं चिड़चिड़ापन।
- नींद कम आना।
- किसी भी काम में मन न लगना।
- अत्यधिक थकावट, हाई ब्लड प्रेशर एवं सिर दर्द।
- खाना ज्यादा खाना या भूख कम लगना।
2. तनाव के प्रमुख कारण
- रिश्तों में दरार एवं पारिवारिक कलह।
- लक्ष्य का तनाव एवं कार्यस्थल पर दबाव।
- आत्म विश्वास की कमी एवं नकारात्मक सोच।
- भविष्य को लेकर चिंतित रहना।
- आर्थिक समस्याओं का अधिक होना।
- एक दूसरे से तुलना करना।
- लगातार सोशल मीडिया पे बने रहना।
3. जीवनशैली में बदलाव से तनाव में राहत
- समय का प्रबंधन: हर काम को प्राथमिकता देवे एवं काम का समय निश्चित करे।
- नींद पूरी लें: मस्तिष्क को विश्राम दे एवं रोज कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें।
- डिजिटल डिटॉक्स: ज्यादा मोबाइल का प्रयोग न करे।रोज कुछ समय मोबाइल और स्क्रीन से दूरी बनाए रखे।
- सकारात्मक लोगों के साथ समय बिताए: हंसी मजाक करने वाले लोगों के साथ ज्यादा समय बिताए जिस से मन हल्का लगे।
- नियमित दिनचर्या: एक नियमित दिनचर्या बनाया जिसमें भोजन, व्यायाम और आराम का संतुलन बना रहे।
4. प्राणायाम और योग से तनाव मुक्ति
- अनुलोम-विलोम: अनुलोम विलोम में सांस को छोड़ने एवं लेने की प्रक्रिया होती है जिससे मन को शांति मिलती है।
- कपालभाति: कपाल भाती करने से शरीर से नकारात्मक ऊर्जा को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
- भ्रामरी प्राणायाम: यह व्यायाम मानसिक तनाव को कम करता है।
- शवासन: इस आसन से शरीर और मन को पूरी तरह विश्राम मिलता है।
- रोज आधा घंटा व्यायाम करना चाहिए जिससे मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है एवं तनाव से राहत मिलती है।
5. मेडिटेशन के लाभ
- माइंड फुलनेस मेडिटेशन: यह मेडिटेशन आधुनिक क्षण में जीवन जीने की कला सिखाता है।
- मंत्र ध्यान: मन को स्थिर करने के लिए 'ॐ' या 'शांति मंत्र' का उच्चारण करे।
- मस्तिष्क की गतिविधियों को ध्यान के माध्यम से संतुलित किया जा सकता है और यह तनाव को कम करता है।
6. जड़ी बूटियों एवं आयुर्वेदिक उपाय
- अश्वगंधा: यह तनाव हार्मोन को नियंत्रित करने में उपयोगी है।
- ब्राह्मी: ब्राह्मी के उपयोग से स्मरण शक्ति एवं मानसिक शक्ति बढ़ती है।
- तुलसी: तुलसी का उपयोग शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के साथ साथ तनाव को भी कम करता है।
- शंखपुष्पी सिरप: यह एक ऐसा ब्रेन टॉनिक है जो बच्चों और बड़ों दोनों के लिए उपयोगी है।
7. संतुलित आहार का महत्व
- फल एवं हरी सब्जियाँ: इसमें विटामिन एवं फाइबर की मात्रा अधिक होती है।
- संतुलित प्रोटीन: पनीर, दूध, दही, एवं दालों से हमें प्रोटीन मिलता है।
- ओमेगा-3 फैटी एसिड: मछली, अखरोट, अलसी के बीज में ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है।
- शुगर और कैफीन का सेवन कम करें: अत्यधिक चाय, कॉफी एवं चीनी का सेवन कम करे।
- हाइड्रेशन: दिन में कम से कम दस ग्लास पानी जरूर पिए।
8. प्रकृति के साथ जुड़ाव
- सुबह की धूप: धूप से हमें विटामिन डी मिलता जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद ज़रूरी है।
- प्राकृतिक स्थानों पर समय बिताए : प्रकृति से जुड़े रहे एवं प्राकृतिक स्थानों जैसे बाग बगीचा, पहाड़, नदी, तालाब आदि में घूमें।
- गृहवाटिका: अपने घर में ही बागवानी शुरू करे। छोटे छोटे पौधे लगाएं और उनकी देखभाल करें जिस से मन को शांति मिलती है।
9. संगीत चिकित्सा एवं रचनात्मक कार्य
- संगीत: कम आवाज का हल्का और सुकून देने वाला संगीत सुने जिस से तनाव कम होता है।
- चित्रकारी, शिल्प कार्य या लेखन: यह मानसिक एकाग्रता को बढ़ाते हैं।
- गार्डेनिंग या खाना बनाना: खाना बनाने एवं बागवानी जैसे रचनात्मक शौक अपनाएं।
10 सामाजिक मेलजोल एवं हंसी
- हँसी योग: हंसना भी योग का एक हिस्सा है हंसने से हार्मोन संतुलित होते है और तनाव दूर होता है।
- परिवार के साथ समय बिताए : परिवार के सदस्यों का अपनापन और साथ होना तनाव घटाता है।
- दोस्तों से बातचीत करें: अपने दोस्तों के साथ अपने मन की बाते शेयर करे।
- सामाजिक सेवा में भाग लें: सामाजिक सेवा में हिस्सा ले। दूसरों की मदद करने से आत्मिक सुख मिलता है एवं तनाव से राहत मिलती है।
निष्कर्ष:
आज की इस भागदौड़ भरी दुनिया में सभी तनाव से ग्रस्त है लेकिन इसे नियंत्रित कर तनाव मुक्त जीवन जीना हमारे हाथ में है। प्रकृति के साथ जुड़ाव, योग, आयुर्वेद, ध्यान एवं सही खान पान को अपनाकर हम तनाव को कम कर सकते है।तनाव मुक्त जीवन जीने के लिए जीवन में सकारात्मकता लाना जरूरी है जिस से हम अपना जीवन आनंदपूर्वक जी सकते है। तो जिंदगी के हर पल को खुशी पूर्वक जिए भविष्य की चिंता करके अपने आज को न बरबाद करे यही एक तनाव मुक्त जीवन जीने का मंत्र है।
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