How to improve mind power- दिमाग तेज़ कैसे करें ? घरेलू उपाय और नुस्खे
भगवान द्वारा निर्मित चीजों में इंसानी शरीर को सबसे बढ़िया माना गया है। इस पूरे शरीर में भी दिमाग का कोई जवाब नहीं है। इंसानी दिमाग अन्य शारीरिक गतिविधियों के अलावा भी इंसान को याद रखना और भूलना भी सिखाता है। यहां पर हम आपको ऐसे ही कुछ उपाय बताने जा रहे हैं जिन्हें अपनाकर आपकी याददाश्त तेज की जा सकती है।
सही खानपान ध्यान और योग ऐसी चीजें हैं जिन्हें हम अपनी दिनचर्या में अपनाकर दिमाग व याददाश्त को तेज बना सकते है ।
- कैसे बनाएं दिमाग व याददाश्त को तेज
एंटी ऑक्सीडेंट और फाइबर से युक्त ताजा फल खाने से हमारा दिमाग और याददाश्त तेज होती है।
हमें रोजाना बादाम भिगोकर के खाना चाहिए। इसमें दिमाग व याददाश्त बढ़ाने वाले पोषक तत्व्व होते है।
इसके साथ ही मेहंदी के पत्तों की खुशबू भी लेनी चाहिए क्योंकि इसमें कारनोसिक एसिड होता है जो दिमाग की मांसपेशियों को उत्तेजित करता है।
सब्जियों का सेवन भी हमारे दिमाग और याददाश्त को तेज बनाता है, बैंगन में दिमाग के टिशू को स्वस्थ रखने वाले पोषक तत्व होते हैं । चुकंदर और प्याज खाने से भी दिमाग और याददाश्त तेज होती हैं, जिन्हें भूलने की बीमारी है, उन्हें हरी सब्जियां ज्यादा खाना चाहिए।
विटामिन ए और सी याददाश्त बढ़ाने के लिए फायदेमंद है। इसके साथ ही बींस, फ्लेक्स सीड्स, सीताफल, तरबूज, अमरूद, केला, खीरा, चीकू, सेब फल, पता गोभी, सोयाबीन ऑयल, दूध, दही, आंवला, टमाटर, दाल और हरी सब्जियां जैसे खाद्य पदार्थों में दिमाग और याददाश्त को तेज रखने वाले विटामिन प्रचुर मात्रा में होते हैं।
रोजाना स्नान करने, रात को जल्दी सोने और सुबह जल्दी उठने, सुबह शाम टहलने, गहरी सांस लेने, पैर के तलवों और सिर की रोजाना मालिश करने से भी दिमाग तेज और याददाश्त बढ़ती है।
- दिमाग तेज करने वाले योग
ध्यान करने, प्राणायाम और व्यायाम करने से तनाव दूर होता है आत्मविश्वास बढ़ता है, एकाग्रता बढ़ती और दिमाग को प्रचार मात्रा में ऑक्सीजन, रक्त और जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं। भ्रामरी प्राणायाम करने से ऐसे हारमोंस निकलते हैं जो दिमाग को रिलैक्स करते हैं। उष्ट्रासन करने पर रीढ की हड्डी से गुजरने वाली स्नायु कोशिकाओं में तनाव पैदा होता है, जिससे उनमें रक्त का प्रवाह बढ़ जाता है और याददाश्त भी तेज होने लगती है। चक्रासन करने से दिमाग की कोशिकाओं में रक्त का संचार बढ़ जाता है। हमारी याददाश्त का संबंध हमारे मन की एकाग्रता से होता है। हमारा मन जितना शांत होगा, हमारी याददाश्त और बुद्धि उतनी ही तेज और शक्ति उतनी ही मजबूत होगी। पलक झपकाएं बिना किसी भी बिंदु को अपनी आंखों से लगातार देखते रहना त्राटक कहलाता है। त्राटक से हमारे दिमाग के सोए हुए केंद्र जागृत होने लगते हैं, याददाश्त तेज होती है। यह बात वैज्ञानिक तौर पर शोधकर्ताओं द्वारा प्रमाणित की जा चुकी है।
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