जनता के नाम मोदी जी का संदेश कोरोना को लेकर।
22 मार्च को जनता कर्फ्यू का जो संकल्प हमने लिया था, एक राष्ट्र के नाते उसको पूरा करने के लिए हर भारतवासी ने पूरे संवेदनशीलता के साथ, पूरी जिम्मेदारी के साथ अपना योगदान दिया । बचाने, बुजुर्ग, गरीब, मध्यम, हर वर्ग के लोग इस मुश्किल घड़ी में देश के साथ है। जनता कर्फ्यू को हर भारतवासी ने सफल बनाया। 1 दिन के जनता कर्फ्यू से भारत ने दिखा दिया कि जब देश पर संकट आता है, जब मानवता पर संकट आता है, तो किस प्रकार से हम सभी भारतीय मिलकर उसका मुकाबला करते हैं। आप सभी जनता कर्फ्यू की सफलता के लिए प्रशंसा के पात्र है। आप सब कोरोना वैश्विक महामारी को पूरी दुनिया मैं इसकी स्थिति को समाचारों के माध्यम से सुन रहे हैं और देख भी रहे है। आप यह भी देख रहे हैं कि दुनिया के समृद्ध देशों को भी इस महामारी ने बिल्कुल बेबस कर दिया। ऐसा नहीं है कि यह देश प्रयास नहीं कर रहे या उनके पास संसाधनों की कमी है, लेकिन कोरोनावायरस इतनी तेजी से फैल रहा है कि तमाम तैयारियां और प्रयास के बावजूद इन देशों में यह महामारी बढ़ती ही जा रही है। इन सभी देशों के 2 महीनों के अध्ययन से यही निष्कर्ष निकल रहा है कोरोना से लड़ने के लिए के लिए एकमात्र विकल्प है सोशल डिस्टेंस। सोशल डिस्टेंस, यानी एक दूसरे से दूर रहत , अपने घरों में ही बंद रहतको, एक्सपर्टो का भी यही कहना है। कोरोना से बचने का इसके अलावा कोई तरीका नहीं है। कोरोना को फैलने से रोकना है तो उसके संक्रमण की जो साइकिल है उस साइकिल को तोड़ना ही होगा। कुछ लोग इस गलतफहमी में है कि सोशल डिस्टेंसिंग केवल बीमार लोगों के लिए है, यह सोचना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग हर नागरिक के लिए, हर परिवार के लिए है, परिवार के हर सदस्य के लिए है, प्रधान मंत्री के लिए भी है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की लापरवाही आगे चलकर के पूरे देश को बहुत बड़ी मुश्किल में झोंक देंगी, अगर ऐसा ही चलता रहा तो भारत को इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है और यह कीमत कितनी चुकानी पड़ेगी इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल होगा। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 2 दिनों से देश के अनेक भागों में लॉक डाउन कर दिया गया है, राज्य सरकार के इन प्रयासों को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए। हेल्थ सेक्टर के एक्सपोर्ट्स और अन्य देशों के अनुभवों को ध्यान में रखते हुए देश आज एक महत्वपूर्ण निर्णय करने जा रहा है आज रात 12:00 बजे से पूरे देश में पूरा लॉक डाउन होने जा रहा है। हिंदुस्तान को बचाने के लिए हिंदुस्तान के, देश के हर नागरिक को बचाने के लिए, आप को बचाने के लिए, आपके परिवार को बचाने के लिए आज रात 12:00 बजे से घरों से बाहर निकलने पर पूरी तरह पाबंदी लगाई जा रही है। देश के हर राज्य को, हर केंद्र शासित प्रदेश को, हर जिले, हर गांव, हर कस्बे, हर गली मोहल्ले, को लॉक डाउन किया जा रहा है। यह एक तरह से कर्फ्यू ही है जनता कर्फ्यू से थोड़ा सख्त। कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिए यह कदम अब बहुत आवश्यक है। निश्चित तौर पर इन लॉक डाउन की एक आर्थिक कीमत देश को उठानी पड़ेगी, लेकिन हर भारतीय के जीवन को बचाने, आपके जीवन को बचाने, आपके परिवार को बचाना इस समय प्रधानमंत्री की, भारत सरकार की, देश की हर राज्य सरकार की, हर स्थानीय निकाय की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। मोदी जी ने कहा कि मेरी आप सबसे प्रार्थना है कि आप इस समय देश में जहां भी हैं वही रहे। उन्होंने यह भी कहा कि अभी के हालात को देखते हुए देश में यह लॉक डाउन 21 दिन का किया जा रहा है । यानी 3 सप्ताह। उन्होंने कहा कि जब मैंने पिछली बार आपसे बात की थी तो मैंने आपसे कहा था कि मैं आपसे कुछ समय मांगने के लिए आया हूं। उन्होंने कहा कि आने वाले 21 दिन हर नागरिक के लिए, हर परिवार के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की माने तो कोरोनावायरस की साइकिल तोड़ने के लिए कम से कम 21 दिन का समय बहुत अहम है, अगर इन 21 दिन हम नहीं संभले तो देश और आपका परिवार 21 साल पीछे चला जाएगा ।आपका परिवार हमेशा हमेशा के लिए तबाह हो जाएगा । उन्होंने कहा कि मैं यह बात एक प्रधानमंत्री के तौर पर नहीं, आपके परिवार के सदस्य के नाते कह रहा हूं। इसलिए बाहर निकलना क्या होता है, यह 21 दिनों के लिए भूल जाइए। आपको यह याद रखना है कि घर से बाहर जाने वाला आपका सिर्फ एक कदम कोरोना जैसी गंभीर महामारी को आपके घर में ले आ सकता है। आपको यह याद रखना है कि कई बार, कोरोना से संक्रमित व्यक्ति शुरुआत में बिल्कुल स्वस्थ लगता है, वह संक्रमित है, उसका पता ही नहीं चलताइसलिए सुरक्षा का ध्यान रखिए । अपने घरों में ही रहे, वैसे जो लोग घर में हैं वह सोशल मीडिया पर नए-नए इनोवेटिव तरीकों से इस बात को बता रहे हैं। उन्होंने कहा एक बैनर जो मुझे भी पसंद आया है
KO- KOI
RO-ROAD PE
NA- NA NIKLE
मैं आपको भी यह बहुत संदेश दिखाना चाहता हूं । एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि आज अगर किसी व्यक्ति में कोरोनावायरस होता है, तो उसके शरीर में इसके लक्षण दिखने में कई कई दिन लग जाते हैं, इस दौरान वह जाने अनजाने में, हर उस व्यक्ति को संक्रमित कर देता है जो उसके संपर्क में आता है । वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट बताती है कि इस महामारी से संक्रमित व्यक्ति 10 दिन में सैकड़ों लोगों तक इस बीमारी को पहुंचा सकता है। यह आग की तरह तेजी से फैलता है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की एक रिपोर्ट यह भी बताती है कि इस की संख्या को एक लाख तक पहुंचने में 67 दिन लग गए थे, उसके बाद सिर्फ 11 दिन में 100000 लोग संक्रमित हो गए, यानी 200000 हो गए, सोचिए पहले 100000 लोग संक्रमित होने में 67 दिन लगे, और फिर इसे 200000 लोगों तक पहुंचने में सिर्फ 11 दिन लगे और 200000 संक्रमित लोगों से 300000 लोगों तक पहुंचने में सिर्फ 4 दिन लगेंगे। अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि कोरोनावायरस कितनी तेजी से फैलता है और जब यह फैलना शुरू करता है तो इसे रोकना बहुत मुश्किल होता है। यही वजह है कि अमेरिकाा, इटली, चीन जैसे अनेक देशों में जब कोरोना वायरस ने फैलनाे शुरू किया तो हालात बेकाबू हो गए और यह भी याद रखें इटली हो या अमेरिका, इन देशों की स्वास्थ्य सेवाा, उनके हॉस्पिटल, उनके यहां आधुनिक संसाधन, पूरी दुनिया में बेहतरीन है। इसके बावजूद यह देश कोरोना वायरस का प्रभाव कम नहीं कर पाए । मोदी जी ने कहा कि ऐसे देश जो कोरेना को कुछ हद तक नियंत्रित कर पाएं, उनसे यही अनुभव मिला है कि हफ्तों तक देशों के नागरिक घरों से बाहर नहीं निकले, इन देशों के नागरिकों ने सरकारी निर्देशों का पालन किया और इसलिए कुछ देश इस महामारी से बाहर आने की ओर बढ़ रहे हैं। हमें भी यह मानकर चलना चाहिए कि हमारे सामने सिर्फ और सिर्फ यही एक मार्ग है- हमें घर से बाहर नहीं निकलना है। सोशल डिस्टेंस प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री से लेकर के गांव के छोटे से नागरिक तक, सबके लिए है । कोरोना से तभी बचा जा सकता है जब हम घर से बाहर ना निकले। हमें इस महामारी के वायरस का संक्रमण रोकना है, इसके फैलने की चैन को भी तोड़ना है, भारत अभी स्टेज पर है जहां हम इस महामारी के प्रभाव को हम कम कर सकते हैं।आपको याद रखना है जान है तो जहान है। यह धर्य और अनुशासन की घड़ी है। जब तक देश में लॉक डाउन की स्थिति है हम सबको देश का साथ देना है। मेरी आपसे प्रार्थना है कि घरों में रहते हुए आप उन लोगों के लिए मंगल कामना करिए जो अपना कर्तव्य निभाने के लिए खुद को खतरे में डालकर काम कर रहे हैं, जो इस महामारी से एक-एक जीवन को बचाने के लिए दिन रात हॉस्पिटल में काम कर रहे हैं।आप उन लोगों के लिए प्रार्थना करिए, जो आपके सोसाइटी, आपके मोहल्लों, सार्वजनिक स्थानों पर सेनीटाइज करने का काम कर रहे हैं। आपको सही जानकारी देने के लिए 24 घंटे काम कर रहे मीडिया के लोगों के बारे में भी सोचिए जो संक्रमण का खतरा उठा कर सड़कों पर और अस्पतालों में हैं। दोस्तों कोरोना वैश्विक महामारी से बनी स्थितियों के बीच केंद्र और देश भर के राज्य सरकारें तेजी से काम कर रही है । रोजमर्रा की जिंदगी में लोगों को असुविधा ना हो, उसके लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। संकट की यह घड़ी गरीबों के लिए भी बहुत मुश्किल वक्त लेकर के लिए आई है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार संगठन के साथ, समाज के अन्य लोग, सिविल सोसाइटी के लोग, गरीबों को मुसीबत कम होो, इसके लिए निरंतर जुटे हुए हैं। जीवन जीने के लिए जो जरूरी है उसके साथ ही, जीवन बचाने के लिए जो जरूरी है उसे प्राथमिकता देनी ही पड़ेगी। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह और सुझाव पर कार्य करते हुए सरकार ने निरंतर फैसले भी लिए हैं। अब कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए देश के हेल्थ व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए केंद्र सरकार ने आज 15000 करोड रुपए का प्रावधान किया है। इससे कोरोना से जुड़ी टेस्टिंग फैसिलिटी, पर्सनल प्रोटेक्टिव इंस्ट्रूमेंट, आइसोलेशन बेड, आईसीयू बेड और अन्य जरूरी साधनों की संख्या तेजी से बढ़ाई जाएगी। मेडिकल और पैरामेडिकल मैन पावर की ट्रेनिंग का काम भी किया जाएगा। मैंने राज्य सरकार से अनुरोध किया है कि इस समय सभी राज्यों की पहली प्राथमिकता सिर्फ और सिर्फ स्वास्थ्य सेवा ही ही होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि देश का प्राइवेट सेक्टर भी पूरी तरह से संकट और संक्रमण की इस घड़ी में देशवासियों के साथ खड़ा है। प्राइवेट लैब्स, प्राइवेट हॉस्पिटल्स सभी इस चुनौतीपूर्ण दौर में सरकार के साथ काम करने में आगे आ रहे हैं, लेकिन आप सब यह भी ध्यान रखें कि ऐसे समय में जाने अनजाने कई बार अफवाह ही बहुत जोर पकड़ती है, अफवाह के ट्रैवल करने की ताकत भी बहुत होती है । मेरा आपसे अनुरोध है कि किसी भी तरह की अफवाह और अंधविश्वास से दूर रहे। आप सब केंद्र सरकार, राज्य सरकार और मेडिकल फैसिलिटी द्वारा दिए गए निर्देश और सुझावों का पालन करें, यह करना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी के लक्षणों के दौरान बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा ना लें। किसी भी तरह का खिलवाड़ आपके जीवन को और खतरे में डाल सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि मुझे विश्वास है हर भारतीय इस संकट की घड़ी मेंं सरकार और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करेगा। 21 दिन का लॉक डाउन लंबा समय हैं लेकिन आपके जीवन की रक्षा के लिए, आपके परिवार की रक्षा के लिए, उतना ही महत्वपूर्ण है। हमारे पास यही एक रास्ता है। मोदी जी ने कहा मुझे विश्वास है कि हर हिंदुस्तानी इस संकट का न सिर्फ सफलता से मुकाबला करेगा, बल्कि इस मुश्किल घड़ी से भी विजय होकर निकलेगा। आप अपना ध्यान रखें, अपनों का ध्यान रखिए और आत्मविश्वास के साथ कानून नियमों का पालन करें।
आप सब का बहुत-बहुत धन्यवाद।
22 मार्च को जनता कर्फ्यू का जो संकल्प हमने लिया था, एक राष्ट्र के नाते उसको पूरा करने के लिए हर भारतवासी ने पूरे संवेदनशीलता के साथ, पूरी जिम्मेदारी के साथ अपना योगदान दिया । बचाने, बुजुर्ग, गरीब, मध्यम, हर वर्ग के लोग इस मुश्किल घड़ी में देश के साथ है। जनता कर्फ्यू को हर भारतवासी ने सफल बनाया। 1 दिन के जनता कर्फ्यू से भारत ने दिखा दिया कि जब देश पर संकट आता है, जब मानवता पर संकट आता है, तो किस प्रकार से हम सभी भारतीय मिलकर उसका मुकाबला करते हैं। आप सभी जनता कर्फ्यू की सफलता के लिए प्रशंसा के पात्र है। आप सब कोरोना वैश्विक महामारी को पूरी दुनिया मैं इसकी स्थिति को समाचारों के माध्यम से सुन रहे हैं और देख भी रहे है। आप यह भी देख रहे हैं कि दुनिया के समृद्ध देशों को भी इस महामारी ने बिल्कुल बेबस कर दिया। ऐसा नहीं है कि यह देश प्रयास नहीं कर रहे या उनके पास संसाधनों की कमी है, लेकिन कोरोनावायरस इतनी तेजी से फैल रहा है कि तमाम तैयारियां और प्रयास के बावजूद इन देशों में यह महामारी बढ़ती ही जा रही है। इन सभी देशों के 2 महीनों के अध्ययन से यही निष्कर्ष निकल रहा है कोरोना से लड़ने के लिए के लिए एकमात्र विकल्प है सोशल डिस्टेंस। सोशल डिस्टेंस, यानी एक दूसरे से दूर रहत , अपने घरों में ही बंद रहतको, एक्सपर्टो का भी यही कहना है। कोरोना से बचने का इसके अलावा कोई तरीका नहीं है। कोरोना को फैलने से रोकना है तो उसके संक्रमण की जो साइकिल है उस साइकिल को तोड़ना ही होगा। कुछ लोग इस गलतफहमी में है कि सोशल डिस्टेंसिंग केवल बीमार लोगों के लिए है, यह सोचना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि सोशल डिस्टेंसिंग हर नागरिक के लिए, हर परिवार के लिए है, परिवार के हर सदस्य के लिए है, प्रधान मंत्री के लिए भी है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की लापरवाही आगे चलकर के पूरे देश को बहुत बड़ी मुश्किल में झोंक देंगी, अगर ऐसा ही चलता रहा तो भारत को इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है और यह कीमत कितनी चुकानी पड़ेगी इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल होगा। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 2 दिनों से देश के अनेक भागों में लॉक डाउन कर दिया गया है, राज्य सरकार के इन प्रयासों को बहुत गंभीरता से लेना चाहिए। हेल्थ सेक्टर के एक्सपोर्ट्स और अन्य देशों के अनुभवों को ध्यान में रखते हुए देश आज एक महत्वपूर्ण निर्णय करने जा रहा है आज रात 12:00 बजे से पूरे देश में पूरा लॉक डाउन होने जा रहा है। हिंदुस्तान को बचाने के लिए हिंदुस्तान के, देश के हर नागरिक को बचाने के लिए, आप को बचाने के लिए, आपके परिवार को बचाने के लिए आज रात 12:00 बजे से घरों से बाहर निकलने पर पूरी तरह पाबंदी लगाई जा रही है। देश के हर राज्य को, हर केंद्र शासित प्रदेश को, हर जिले, हर गांव, हर कस्बे, हर गली मोहल्ले, को लॉक डाउन किया जा रहा है। यह एक तरह से कर्फ्यू ही है जनता कर्फ्यू से थोड़ा सख्त। कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई के लिए यह कदम अब बहुत आवश्यक है। निश्चित तौर पर इन लॉक डाउन की एक आर्थिक कीमत देश को उठानी पड़ेगी, लेकिन हर भारतीय के जीवन को बचाने, आपके जीवन को बचाने, आपके परिवार को बचाना इस समय प्रधानमंत्री की, भारत सरकार की, देश की हर राज्य सरकार की, हर स्थानीय निकाय की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। मोदी जी ने कहा कि मेरी आप सबसे प्रार्थना है कि आप इस समय देश में जहां भी हैं वही रहे। उन्होंने यह भी कहा कि अभी के हालात को देखते हुए देश में यह लॉक डाउन 21 दिन का किया जा रहा है । यानी 3 सप्ताह। उन्होंने कहा कि जब मैंने पिछली बार आपसे बात की थी तो मैंने आपसे कहा था कि मैं आपसे कुछ समय मांगने के लिए आया हूं। उन्होंने कहा कि आने वाले 21 दिन हर नागरिक के लिए, हर परिवार के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की माने तो कोरोनावायरस की साइकिल तोड़ने के लिए कम से कम 21 दिन का समय बहुत अहम है, अगर इन 21 दिन हम नहीं संभले तो देश और आपका परिवार 21 साल पीछे चला जाएगा ।आपका परिवार हमेशा हमेशा के लिए तबाह हो जाएगा । उन्होंने कहा कि मैं यह बात एक प्रधानमंत्री के तौर पर नहीं, आपके परिवार के सदस्य के नाते कह रहा हूं। इसलिए बाहर निकलना क्या होता है, यह 21 दिनों के लिए भूल जाइए। आपको यह याद रखना है कि घर से बाहर जाने वाला आपका सिर्फ एक कदम कोरोना जैसी गंभीर महामारी को आपके घर में ले आ सकता है। आपको यह याद रखना है कि कई बार, कोरोना से संक्रमित व्यक्ति शुरुआत में बिल्कुल स्वस्थ लगता है, वह संक्रमित है, उसका पता ही नहीं चलताइसलिए सुरक्षा का ध्यान रखिए । अपने घरों में ही रहे, वैसे जो लोग घर में हैं वह सोशल मीडिया पर नए-नए इनोवेटिव तरीकों से इस बात को बता रहे हैं। उन्होंने कहा एक बैनर जो मुझे भी पसंद आया है
KO- KOI
RO-ROAD PE
NA- NA NIKLE
मैं आपको भी यह बहुत संदेश दिखाना चाहता हूं । एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि आज अगर किसी व्यक्ति में कोरोनावायरस होता है, तो उसके शरीर में इसके लक्षण दिखने में कई कई दिन लग जाते हैं, इस दौरान वह जाने अनजाने में, हर उस व्यक्ति को संक्रमित कर देता है जो उसके संपर्क में आता है । वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट बताती है कि इस महामारी से संक्रमित व्यक्ति 10 दिन में सैकड़ों लोगों तक इस बीमारी को पहुंचा सकता है। यह आग की तरह तेजी से फैलता है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की एक रिपोर्ट यह भी बताती है कि इस की संख्या को एक लाख तक पहुंचने में 67 दिन लग गए थे, उसके बाद सिर्फ 11 दिन में 100000 लोग संक्रमित हो गए, यानी 200000 हो गए, सोचिए पहले 100000 लोग संक्रमित होने में 67 दिन लगे, और फिर इसे 200000 लोगों तक पहुंचने में सिर्फ 11 दिन लगे और 200000 संक्रमित लोगों से 300000 लोगों तक पहुंचने में सिर्फ 4 दिन लगेंगे। अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि कोरोनावायरस कितनी तेजी से फैलता है और जब यह फैलना शुरू करता है तो इसे रोकना बहुत मुश्किल होता है। यही वजह है कि अमेरिकाा, इटली, चीन जैसे अनेक देशों में जब कोरोना वायरस ने फैलनाे शुरू किया तो हालात बेकाबू हो गए और यह भी याद रखें इटली हो या अमेरिका, इन देशों की स्वास्थ्य सेवाा, उनके हॉस्पिटल, उनके यहां आधुनिक संसाधन, पूरी दुनिया में बेहतरीन है। इसके बावजूद यह देश कोरोना वायरस का प्रभाव कम नहीं कर पाए । मोदी जी ने कहा कि ऐसे देश जो कोरेना को कुछ हद तक नियंत्रित कर पाएं, उनसे यही अनुभव मिला है कि हफ्तों तक देशों के नागरिक घरों से बाहर नहीं निकले, इन देशों के नागरिकों ने सरकारी निर्देशों का पालन किया और इसलिए कुछ देश इस महामारी से बाहर आने की ओर बढ़ रहे हैं। हमें भी यह मानकर चलना चाहिए कि हमारे सामने सिर्फ और सिर्फ यही एक मार्ग है- हमें घर से बाहर नहीं निकलना है। सोशल डिस्टेंस प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री से लेकर के गांव के छोटे से नागरिक तक, सबके लिए है । कोरोना से तभी बचा जा सकता है जब हम घर से बाहर ना निकले। हमें इस महामारी के वायरस का संक्रमण रोकना है, इसके फैलने की चैन को भी तोड़ना है, भारत अभी स्टेज पर है जहां हम इस महामारी के प्रभाव को हम कम कर सकते हैं।आपको याद रखना है जान है तो जहान है। यह धर्य और अनुशासन की घड़ी है। जब तक देश में लॉक डाउन की स्थिति है हम सबको देश का साथ देना है। मेरी आपसे प्रार्थना है कि घरों में रहते हुए आप उन लोगों के लिए मंगल कामना करिए जो अपना कर्तव्य निभाने के लिए खुद को खतरे में डालकर काम कर रहे हैं, जो इस महामारी से एक-एक जीवन को बचाने के लिए दिन रात हॉस्पिटल में काम कर रहे हैं।आप उन लोगों के लिए प्रार्थना करिए, जो आपके सोसाइटी, आपके मोहल्लों, सार्वजनिक स्थानों पर सेनीटाइज करने का काम कर रहे हैं। आपको सही जानकारी देने के लिए 24 घंटे काम कर रहे मीडिया के लोगों के बारे में भी सोचिए जो संक्रमण का खतरा उठा कर सड़कों पर और अस्पतालों में हैं। दोस्तों कोरोना वैश्विक महामारी से बनी स्थितियों के बीच केंद्र और देश भर के राज्य सरकारें तेजी से काम कर रही है । रोजमर्रा की जिंदगी में लोगों को असुविधा ना हो, उसके लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। संकट की यह घड़ी गरीबों के लिए भी बहुत मुश्किल वक्त लेकर के लिए आई है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार संगठन के साथ, समाज के अन्य लोग, सिविल सोसाइटी के लोग, गरीबों को मुसीबत कम होो, इसके लिए निरंतर जुटे हुए हैं। जीवन जीने के लिए जो जरूरी है उसके साथ ही, जीवन बचाने के लिए जो जरूरी है उसे प्राथमिकता देनी ही पड़ेगी। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह और सुझाव पर कार्य करते हुए सरकार ने निरंतर फैसले भी लिए हैं। अब कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए देश के हेल्थ व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए केंद्र सरकार ने आज 15000 करोड रुपए का प्रावधान किया है। इससे कोरोना से जुड़ी टेस्टिंग फैसिलिटी, पर्सनल प्रोटेक्टिव इंस्ट्रूमेंट, आइसोलेशन बेड, आईसीयू बेड और अन्य जरूरी साधनों की संख्या तेजी से बढ़ाई जाएगी। मेडिकल और पैरामेडिकल मैन पावर की ट्रेनिंग का काम भी किया जाएगा। मैंने राज्य सरकार से अनुरोध किया है कि इस समय सभी राज्यों की पहली प्राथमिकता सिर्फ और सिर्फ स्वास्थ्य सेवा ही ही होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि देश का प्राइवेट सेक्टर भी पूरी तरह से संकट और संक्रमण की इस घड़ी में देशवासियों के साथ खड़ा है। प्राइवेट लैब्स, प्राइवेट हॉस्पिटल्स सभी इस चुनौतीपूर्ण दौर में सरकार के साथ काम करने में आगे आ रहे हैं, लेकिन आप सब यह भी ध्यान रखें कि ऐसे समय में जाने अनजाने कई बार अफवाह ही बहुत जोर पकड़ती है, अफवाह के ट्रैवल करने की ताकत भी बहुत होती है । मेरा आपसे अनुरोध है कि किसी भी तरह की अफवाह और अंधविश्वास से दूर रहे। आप सब केंद्र सरकार, राज्य सरकार और मेडिकल फैसिलिटी द्वारा दिए गए निर्देश और सुझावों का पालन करें, यह करना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी के लक्षणों के दौरान बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा ना लें। किसी भी तरह का खिलवाड़ आपके जीवन को और खतरे में डाल सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि मुझे विश्वास है हर भारतीय इस संकट की घड़ी मेंं सरकार और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करेगा। 21 दिन का लॉक डाउन लंबा समय हैं लेकिन आपके जीवन की रक्षा के लिए, आपके परिवार की रक्षा के लिए, उतना ही महत्वपूर्ण है। हमारे पास यही एक रास्ता है। मोदी जी ने कहा मुझे विश्वास है कि हर हिंदुस्तानी इस संकट का न सिर्फ सफलता से मुकाबला करेगा, बल्कि इस मुश्किल घड़ी से भी विजय होकर निकलेगा। आप अपना ध्यान रखें, अपनों का ध्यान रखिए और आत्मविश्वास के साथ कानून नियमों का पालन करें।
आप सब का बहुत-बहुत धन्यवाद।
plzz do not enter any spam link in the comment box
plzz do not enter any spam link in the comment box