सर्दियों के ये सुपर फूड, कंट्रोल में रखेंगे डायबिटीज
इंडियन डायबिटीज फेडरेशन के अनुसार, भारत में 2017 तक 7 करोड़ 30 लाख लोग इससे पीड़ित थे, जिनकी संख्या अब तक बढ़ चुकी होगी। अगर इसी तरह डायबिटीज मरीजों की संख्या बढ़ती रही, तो 2050 तक लगभग 15 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है। बड़ों के साथ-साथ बच्चे भी इसके शिकार हो रहे हैं।एक सर्वेक्षण द्वारा जारी आंकड़ों की मानें, तो भारत के लगभग 10% बच्चों में प्री-डायबिटीज पाया जाता है।
खराब लाइफस्टाइल और खान-पान में कमी की वजह से बच्चों में टाइप-1 और टाइप-2 का खतरा बढ़ता जा रहा है। डायबिटीज बच्चों की आंखों और किडनी में सबसे ज्यादा बुरा असर डालता है।
बच्चों में डायबिटीज के कारण : आजकल बच्चों की थाली से फल और सब्जियां दूर होती जा रही हैं। जिन बच्चों का इम्यून सिस्टम कमजोर है, वे इसके शिकार हो सकते हैं। फेस्टिवल सीजन में हमारे यहां मिठाई खिलाकर ही शुभकामनाएं दी जाती हैं। इसलिए भी बच्चे इसके आदि हो रहे हैं। ऊपर से बच्चों का जंक फूड के लिए बढ़ता रुझान एक बड़ा कारण है। ऐसे आहार में बहुत ज्यादा हाई कैलोरी और फैट की मात्रा होती है। ये जंक फूड बच्चों के पाचन तंत्र को कमजोर बनाते हैं। ऐसे में बेहद जरूरी है कि बच्चों को फल और सब्जियों को नियमित खाने की आदत डालें।
आसानी से पचने वाली सब्जियों और फलों का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने के लिए साबुत अनाज, नट्स और बीज का सेवन लाभकारी है। सब्जियां विटामिन, खनिज, एंटीऑक्सीडेंट्स व फाइबर के प्रचुर स्रोत होती हैं। फाइबर के लिए पपीता रखते हैं। पत्ता गोभी विटामिन ए, के और बी6 से भरपूर होता है। सर्दियों में मिलने वाले ये खाद्य पदार्थ डायबिटीज को कंट्रोल करने में बेहद सहायक है।
गाजर: सर्दी के मौसम में सर्दियों में गाजर का जूस, गाजर की सब्जी और गाजर का हलवा खूब पसंद किया जाता है। यह बीटा-कैरोटीन से भरपूर होता है। साथ ही इसमें पाये जाने वाला फाइबर ब्लड ग्लूकोज लेवल को कंट्रोल रखता है। आहार में मौजूद फाइबर डायबिटीज के साथ हृदय रोग को दूर रखता है।
अमरूद : यह फाइबर का बेहतरीन स्त्रोत होता है। ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होने के कारण यह डायबिटीज रोगियों के लिए बेहतर आहार है। इसे खाने से टाइप-2 डायबिटीज होने का खतरा कम होता है। यह अचानक से होने वाले ब्लड शुगर स्पाइक को कंट्रोल करता है।
संतरा : डायबिटीज एसेसिएशन के अनुसार, संतरे की प्रजाति के फल जैसे नीबू, संतरा, कीनू वगैरह सुपरफूड हैं। इन्हें डायबिटीज से बचने के लिए अपने आहार में जरूर शामिल करें। संतरे में लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है। आप इन्हें सलाद में, जूस या सीधे खा सकते हैं।
लौंग :यह शरीर में ग्लूकोज के लेवल को मेंटन रखने के साथ-साथ इंसुलिन के निर्माण में भी सहायक भूमिका निभाता है। एक ताजा स्टडी के अनुसार लौंग खाने से वंशानुगत डायबिटीज होने का खतरा कम हो जाता है। इन गुणों के साथ-साथ लौंग एक बेहतरीन एंटी इंफ्लामेंटरी और एनॉलजेसिक भी है। यह शरीर की पाचन क्षमता को बढ़ाने का भी कार्य करता है।
दालचीनी : लजीज व्यंजनों में इस्तेमाल होने वाली दालचीनी भी डायबिटीज को कंट्रोल करने का कार्य करती है। इसके साथ ही कैंसर से लड़ने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। दालचीनी का सेवन हार्ट अटैक की संभावना को भी कम करता है।
मेथी : सर्दियों में बहुतायात में मिलने वाला मेथी डायबिटीज रोगियों के लिए स्वास्थ्य का खजाना है। मेथी साग या मेथी दाना से शुगर कंट्रोल करने में मदद मिलती है। मेथी में कोलेस्ट्रॉल को कम करने की क्षमता होती है। खासकर, यह एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल को खत्म करने में कारगर होता है। मगर मेथी के दानों के सेवन के लिए डॉक्टर से सलाह बेहद जरूरी है।
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